धर्मशिक्षा न मिलनेका भयानक दुष्परिणाम !
हिन्दुओ, अब तो धर्मशिक्षाका महत्त्व समझकर धर्मशिक्षा लें !
हिन्दुओ, अब तो धर्मशिक्षाका महत्त्व समझकर धर्मशिक्षा लें !
बंगाल - वर्धमान जनपदके ओरग्राम चतुसपल्ली नामक मदरसेमें ८४० हिन्दू विद्यार्थी एक मौलवीसे कुरान और इस्लामकी शिक्षा ले रहे हैं । इस मदरसेमें कुल १४०० विद्यार्थियोंमेंसे ६० प्रतिशत हिन्दू धर्मीय हैं । इस मदरसेको राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हुआ है !
१. बंगालमें ६०० मदरसे शासनमान्य हैं ।
२. राज्यके मदरसोंमें लडकियोंकी संख्या लडकोंसे अधिक है । बंगालमें ४ लाखसे अधिक विद्यार्थी मदरसोंमें शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । हिन्दू धर्मीय विद्यार्थी इन मदरसेकी ओर भारी संख्यामें आकर्षित हो रहे हैं और अनेक मदरसोंमें मुसलमान विद्यार्थियोंकी तुलनामें हिन्दू विद्यार्थियोंकी संख्या अधिक देखने मिलती है ।
अ. विश्वका इस्लामीकरण करना
- हिन्दू युवतियोंका इस्लामीकरण कर, हिन्दू वंशवृद्धिका एक स्रोत नष्ट करना
- हिन्दू युवतियोंद्वारा विवाहके उपरान्त अनेक बच्चोंको जन्म देकर इस्लामकी वंशवृद्धि करना
- विवाहके उपरान्त हिन्दू युवतियोंका जिहादी कार्यवाहियों व शस्त्रास्त्र-तस्करीमें उपयोग करना
- अनेक बच्चोंको जन्म देकर उनका आत्मघाती पथकोंके लिए उपयोग करना
यह किसीके भी ध्यानमें आएगा कि उपर्युक्त उद्देश्योंका अन्तिम ध्येय विश्वका इस्लामीकरण करना, यही है ।
आ. आर्थिक लाभ प्राप्त करना
आ. आर्थिक लाभ प्राप्त करना
- लव जिहादमें फंसी युवतियोंके अश्लील छायाचित्र प्रसारित कर, धन कमाना ।
- प्रेममें फंसी युवतियोंके अश्लील छायाचित्र खींचकर उन्हें प्रतिमाहनन (ब्लैकमेल) करनेकी धमकी देकर धन लूटना
- वेश्यालयमें उनकी बिक्री कर उसके द्वारा धन जुटाना
- खाडी (अरब) और इस्लामी राष्ट्रोंमें धर्मान्तरित हिन्दू युवतियोंकी बिक्री कर विपुल धन जोडना
इ. वासनातृप्ति
प्रेमका नाटक कर हिन्दू युवतियोंसे शारीरिक सम्बन्ध प्रस्थापित कर, अपनी वासनातृप्ति करना
प्रेमका नाटक कर हिन्दू युवतियोंसे शारीरिक सम्बन्ध प्रस्थापित कर, अपनी वासनातृप्ति करना
वर्तमानमें प्रतिदिन देहली, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्योंमें १२ से १५ लव जिहादकी घटनाएं उजागर हो रही हैं, तब भी महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश आदि राज्योंमें ऐसी सहस्रों घटनाएं हो चुकी हैं और होती जा रही हैं; इतना ही नहीं, अपितु मुजफ्फरनगरका दंगा भी उसीका परिणाम था ! हिन्दू जनजागृति समिति इस विषयपर गत पांच वर्षोंसे विविध माध्यमोंद्वारा भारी मात्रामें उद्बोधन कर रही है ।
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