Sunday, 14 December 2014

IS ने दास बनाने और गैर मुस्लिमों से सेक्स को सही बताया


IS का गैर मुस्लिमों महिलाओं से रेप 

सुन्नी जिहादी ऑर्गेनाइजेशन इस्लामिक स्टेट ने (आईएसआईएस) गैर मुस्लिम महिलाओं, बच्चों को दास बनाने और इनके साथ सेक्शुअल इंटरकोर्स को सही ठहराया है। आईएसआईएस के लड़ाका नाबालिग बच्चियों पर भी रहम नहीं कर रहे हैं। आईएसआईएस ने 'महिला दासों पर सवाल जवाब और उनकी स्वतंत्रता' टाइटल से एक पम्फलेट में अपना संदेश लोगों तक प्रसारित करवाया है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक अतिवादियों के नियंत्रण वाले इराकी शहर मोसुल में शुक्रवार को सुर्यास्त के बाद ये पम्फलेट लोगों के बीच बांटे गए हैं।

पम्फलेट में दावा किया गया है कि गैर मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को बेचा जा सकता है और उन्हें तोहफे के रूप में दूसरों को समर्पित भी किया जा सकता है। मोसुल के एक निवासी ने कहा, 'ज्यादातर लोग आईएसआईएस के इस कदम से हैरान हैं लेकिन इससे ज्यादा हम कुछ कर भी नहीं सकते।'

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआईएस के लोग महिलाओं का अपहरण कर बेचते हैं और रेप करते हैं। सीरिया और इराक में बच्चों के साथ भी ये बिल्कुल बर्बरता से पेश आ रहे हैं। इसके साथ ही इन पर आरोप है कि ये निर्दोष नागरिकों की इसलिए हत्या कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने शरिआ कानून को नहीं अपनाया है। आईएसआईएस के लड़ाका अपनी इन बर्बर हरकतों को जर्नलिस्ट और ऐड वर्कर के सिर कलम की तरह अल्लाह के नाम पर सही ठहरा रहे हैं। हालांकि मोसुल शहर में जहां पम्फलेट बांटे गए हैं वहां के लोग भी इसे सही नहीं मान रहे हैं।
डॉक्युमेंट में बताया गया है कि यदि महिला दूसरी आस्था की है तो उसे बंदी बनाना ठीक है। आईएसआईएस के इस पम्फलेट में महिला दासों के साथ सेक्शुअल इंटरकोर्स की नीति बताई गई है। कुछ ग्रुप तो इसे पवित्र कुरान का हवाला देकर सही बता रहे हैं। पम्फलेट में बताया गया है कि बंदी बनाने वालों का दास पर पूरा अधिकार है। इस डॉक्युमेंट में गैर मुस्लिमों को दास बनाने को सही ठहराया गया है। यूएस के जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में धार्मिक स्टडीज के प्रफेसर अब्बास बरजेगर ने कहा, 'आईएसआईएस युद्ध और बंदियों पर प्राचीन मिडल इस्टर्न और भूमध्यसागरीय कोड ऑफ कंडक्ट को लागू कर रहा है।' अब्बास ने कहा कि आईएसआईएस इस्लाम की हस्यास्पद तरीके से व्याख्या कर रहा है।

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