
कश्मीर में जेहाद के नाम पर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चंदा जुटाया जा रहा है। जमात-उद-दावा के प्रमुख और मुंबई 26/11 हमलों के मास्टर माइंड हाफिज सईद ने इसके लिए बाकायदा अल दावा नामक योजना बनाई है।
एक हफ्ता पहले हाफिज ने पीओके के कोटली और खुजरेटा में लोगों के साथ बैठक की और चंदा जुटाने की योजना को शुरू किया।
इस चंदे से जमा होने वाला पैसा अलगाववादियों और आतंकी संगठनों को दिया जाएगा। खुफिया एजेंसियों के पास इसके इनपुट पहुंचे हैं।
12 दिसंबर को हाफिज ने सबसे पहले कोटली में दोपहर 2 बजे लोगों के साथ बैठक की और इस योजना को शुरू किया। इसके बाद 4 बजे खुजरेटा में लोगों के साथ बैठक की।
दोनों बैठकों में शुरू की गई इस योजना में लोगों से चंदा मांगा गया और ज्यादा से ज्यादा पैसे देने के लिए कहा गया। सूत्रों के अनुसार अब तक इस योजना में करोड़ों रुपये जमा हो चुके हैं।
सूत्रों की मानें तो जमा होने वाले पैसे को कश्मीर में जेहाद के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कश्मीर के लिए काम करने वाले आतंकी संगठनों और अलगाववादियों को यह पैसा दिया जाएगा, ताकि वह अपने अभियान को आगे बढ़ा सकें।
भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए हाफिज ने लोगों से कहा कि कश्मीर में रहने वाले लोगों को भारतीय सेना तंग करती है और कश्मीरियों के साथ भेदभाव किया जाता है। कहा कि कश्मीर में रहने वाले कश्मीरियों को भारत सरकार प्रताड़ित कर रही है।
हाफिज ने लोगों के अंदर भारत के खिलाफ जहर भरने को लेकर हर तरह का हथकंडा अपनाया। उसने कहा कि आपके पैसे सीधे कश्मीरियों के भले के लिए जाएंगे।
पाकिस्तान के पेशावर में हुए हमले के बाद हाफिज सईद ने एक बयान जारी कर भारत को हमले का जिम्मेदार बताया था। चेतावनी भी दी थी कि इसी तरह के हमले भारत में भी किए जाएंगे।
रियासत में पेशावर की तर्ज पर हमले की आशंका के बाद सेना ने आर्मी स्कूलों की सुरक्षा बढ़ी दी है। सेना शिविरों के केंद्रीय विद्यालयों में भी जवानों की तैनाती बढ़ाई गई है।
बार्डर और भारत-पाक नियंत्रण रेखा पर स्थित आर्मी कैंपों की सुरक्षा के लिए अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू कश्मीर स्थित आर्मी स्कूल पहले से आतंकियों के निशाने पर हैं।
लश्कर-ए- तैयबा के फिदायीन दस्ते एक साल में तीन बार स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश कर चुके हैं। विधानसभा में खल डालने की कोशिशें विफल होने के बाद आतंकी संगठनों की बौखलाहट बढ़ी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को भी अलर्ट किया है। जम्मू कश्मीर में अंतिम चरण का चुनाव 20 दिसंबर को होना है।
इन चरण के चुनाव में जम्मू के अलावा राजोरी, पुंछ और कठुआ इलाके की सीटों पर मतदान होना है जो बार्डर और एलओसी के पास हैं।
इन इलाकों में आतंकियों द्वारा लगातार घुसपैठ की कोशिशें होती रहीं हैं। सीमा पार पाकिस्तान के क्षेत्र में आतंकी संगठनों के 42 कैंप हैं जिनमें 1600 प्रशिक्षित आतंकी हैं।
लश्कर-ए तैयबा ने शोहदा बिग्रेड और अल नसरीन नामक दो नए संगठन बनाए हैं। इन नए संगठनों में तालिबानी भी शामिल हैं।
पिछले एक साल से हर फिदायीन हमले में इन दोनों नए आतंकी संगठनों का हाथ प्रमाणित हुआ है। लिहाजा सेना ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। सीमा पर हो रही हर हलचल पर नजर रखी जा रही है।
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