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चीनी मीडिया की ओर से जारी बांध की तस्वीर
चीन ने तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। चीनी ने इस संबंध में आधिकारिक घोषणा कर दी है। वह इस नदी पर कई और अन्य बांध बनाने की भी तैयारी कर रहा है।
ड्रैगन के इस प्रोजेक्ट पर भारत सरकार कई बार चिंता जाहिर कर चुकी है, लेकिन वह इसे दरकिनार कर रहा है। पर्यावरणविदों का मानना है कि चीन की इस परियोजना से भारत और बांग्लादेश में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ जाएगा। ब्रह्मपुत्र नदी के प्रवाह के साथ छेड़छाड़ का असर असम और अरुणाचल समेत पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में पड़ेगा। लेकिन चीन है कि भारत की एक सुनने को तैयार नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार इस प्रोजेक्ट पर लगातार नजर बनाए है और अभी तक चीन की ओर से जो सफाई दी गई है, उससे वह संतुष्ट है। दूसरी ओर कई कूटनीतिक मामलों के जानकार चीन के इरादों पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि तिब्बत के लोगों को बिजली की ज्यादा जरूरत नहीं है। फिर उसे तिब्बत में इतने बड़े पैमाने पर बांध बनाने की जरूरत क्या है ?
स्त्रोत : आज तक
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Monday, 24 November 2014
ब्रह्मपुत्र पर चीन ने बनाया सबसे बड़ा हाइड्रोपावर स्टेशन
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