भाजपा की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिर्विद् पं. राजेश तिवारी का आकलन : धर्म, उद्योग व रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने में सफल होगी योगी सरकार
योगी आदित्यनाथ का जन्म सिंह लग्न में हुआ है। लग्न का स्वामी सूर्य गुरु की राशि में बैठा है। जन्मकालिक चंद्रमा उच्चस्थ होकर दशम भाव में लोकतंत्र के कारक शनि के साथ बैठा है। इन स्थितियों और युतियों से कुंडली में गजकेशरी, वेशि, कुहू, धर्म योग जैसे राजयोग बन रहे हैं। वर्तमान में गुरु की महादशा में राहु की अंतर्दशा का योग है। बृहस्पति राजयोग का प्रबलतम कारक बन कर चौथे भाव में लग्नेश के साथ है। इस योग ने ही उन्हें प्रदेश का नेतृत्व सौंपा है। दसवें भाव में चंद्रमा और शनि की युति विपरीत राजयोग बना रही है।
योगी आदित्यनाथ का जन्म सिंह लग्न में हुआ है। लग्न का स्वामी सूर्य गुरु की राशि में बैठा है। जन्मकालिक चंद्रमा उच्चस्थ होकर दशम भाव में लोकतंत्र के कारक शनि के साथ बैठा है। इन स्थितियों और युतियों से कुंडली में गजकेशरी, वेशि, कुहू, धर्म योग जैसे राजयोग बन रहे हैं। वर्तमान में गुरु की महादशा में राहु की अंतर्दशा का योग है। बृहस्पति राजयोग का प्रबलतम कारक बन कर चौथे भाव में लग्नेश के साथ है। इस योग ने ही उन्हें प्रदेश का नेतृत्व सौंपा है। दसवें भाव में चंद्रमा और शनि की युति विपरीत राजयोग बना रही है।
ऐसी कुंडली के लोगों को क्रोध जल्द आता है। सम्मान और राजपाट की रक्षा के लिए ऐसे लोग अत्यंत दृढ़ होते हैं। प्रस्तावित शपथग्रहण काल में प्रसिद्धि का कारक दुर्बल है। बृहस्पति दुर्बल तथा मंगल प्रबल होने से जनता के एक खास वर्ग में प्रचंड लोकप्रियता मिलेगी।
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