Wednesday, 29 March 2017

योगी का गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर

लखनऊ। शास्त्री भवन में प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के संबंध में समीक्षा बैठक करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।



शिक्षा में आ रहे बदलावों को समायोजित कर पाठ्यक्रमों में सुधार करने के दिए निर्देश लघु व सीमान्त किसानों को मिल सकता है लाभ वित्त मंत्री वरिष्ठ अफसरों के साथ लगातार कर रहे बैठकेंबैंकों को ऋण माफी की धनराशि का भुगतान करेगी राज्य सरकारऋण माफी के वित्त भार को वहन करने के लिए केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के ट्रांसफर-टू-स्टेट मद से सहयोग लेने के प्रयास में है राज्य सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा में आ रहे बदलावों को समायोजित कर शिक्षा पाठ्यक्रमों में सुधार करने तथा हर स्तर पर शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के छात्रों को अच्छी और गुणवत्तापरक शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए, जिससे विद्यार्थी भविष्य में प्रदेश व देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। नई सरकार प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा पर पूरा ध्यान केन्द्रित कर रही है। मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां शास्त्री भवन में प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा पण्राली में सुधार की आवश्यकता जताते हुए कहा कि इस स्तर पर अंग्रेजी व संस्कृत भाषाओं के पठन-पाठन पर विशेष जोर दिया जाए। बच्चों को स्कूल यूनीफार्म समय पर मिले और उसकी गुणवत्ता अच्छी हो। उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना में भी सुधार की आवश्यकता है। मिड-डे-मील की गुणवत्ता एवं अनुश्रवण की व्यवस्था प्रत्येक स्तर पर सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो। श्री योगी ने कहा कि शैक्षिक सत्र नियमित हों, परीक्षा परिणाम समय से आए और शैक्षणिक संस्थाओं में नकल को सख्ती से रोका जाए। समय की मांग और आवश्यकता को देखते हुए पाठ्यक्रमों में सुधार हो, जिससे प्रदेश में पढ़ने वाले विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं व स्पर्धाओं के लिए सक्षम हो सकें। उच्च शिक्षा की र्चचा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रयास किए जाएं कि पाठ्यक्रम की समानता हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा में मानकों व गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा से सम्बन्धित विभाग बताए गए निर्देशों के क्रम में अपनी कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करें। बैठक में मुख्यमंत्री ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि इस विभाग की कार्य पद्धति पारदर्शी हो और इसमें भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान न हो। उन्होंने कहा कि बाल पुष्टाहार वितरण के सम्बन्ध में धांधली के मामले संज्ञान में आए हैं, इन्हें रोका जाना चाहिए। श्री योगी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय के सम्बन्ध में एक विभागीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभाग की कार्य पण्राली को बेहतर बनाने के सम्बन्ध में कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत किए जाने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा तथा बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जैसवाल सहित प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग से सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
द सहारा न्यूज ब्यूरोलखनऊ

No comments:

Post a Comment