20 साल में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 200 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी
देश में 1995 से 2015 के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध में 200 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस अवधि में यह आंकड़ा 79,000 से बढ़कर 2.47 लाख हो गया. द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक दो दशक पहले महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर 185.1 प्रति लाख थी जो 2015 में बढ़कर 234.2 हो गई.
अखबार ने एनसीआरबी के आंकड़ों के हवाले से कहा है कि पिछले दो दशक में महिलाओं पर उनके पति या संबंधियों द्वारा की गई हिंसा के मामले में तिगुनी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 1995 में इस तरह के कुल 29,000 मामले दर्ज किए गए थे जो 20 साल बाद 1.13 लाख हो गए. महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में भी इस दौरान 152 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
त्रिपुरा स्थित गंडाचेरा इलाके में दो साल के बच्चे को 200 रु में बेचने का मामला सामने आया है. राजस्थान पत्रिका की एक खबर के मुताबिक बच्चे की मां की आर्थिक स्थिति गरीबी रेखा से नीचे की है. बच्चे के पिता खानजॉय रियांग ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया, ‘मैंने बच्चे को नहीं बेचने के लिए कहा था लेकिन, उसने (बच्चे की मां) ने ऐसा कर दिया.’ इससे पहले भी राज्य में एक आदिवासी महिला ने अपने पति के इलाज के लिए अपने 11 दिन के बच्चे को 5,000 रुपये में बेच दिया था.
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