
पटना के गंगा घाट पर घूमने आनेवाले पर्यटकों को गंगा का महत्व बताया जाएगा। खासकर बच्चों को गंगा के ऐतिहासिक, धार्मिक और सामाजिक महत्व की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए कलेक्ट्रेट घाट और गायघाट में इको सेंटर और गंगा म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। इन केंद्रों पर गंगा के परिवेश में होनेवाले पर्यावरणीय परिवर्तन व डॉल्फिन पर भी अध्ययन होगा। दोनों केंद्रों के रखरखाव के लिए एक समिति भी बनाई जाएगी जिसमें विशेषज्ञों के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी होंगे।
बुडको इको सेंटर व गंगा म्यूजियम बनाएगा
गंगा म्यूजियम के लिए गायघाट के पास जमीन की तलाश
इको सेंटर के लिए कलेक्ट्रेट घाट के पास मिली जमीन
अभी इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही
बिहार ज्यूडिशियल एकेडमी के आसपास जमीन उपलब्ध कराने की हो रही बात
यहां 950 वर्गमीटर में बिल्डिंग बनायी जाएगी
ग्राउंड फ्लोर पर होगा रिसर्च सेंटर
डॉल्फिन व गंगा पर रिसर्च कार्य होगा
प्रथम तल पर प्रदर्शनी हॉल होगा
कागजी प्रक्रिया पूरी, डिजाइन तैयार किया जा रहा
तीन मंजिला भवन बनेगा जिसके ग्राउंड फ्लोर पर रिसर्च सेंटर होगा
प्रथम तल पर मीटिंग हॉल और द्वितीय तल पर कैफे सेंटर होगा
कैफे सेंटर पर्यटकों और यहां अध्ययन करने आने वाले लोगों के लिए होगा
सेंटर पर गंगा को लेकर अब तक हुए शोध की पूरी जानकारी मिलेगी
रिवर डेवलपमेंट योजना के तहत होगा काम
इको सेंटर के लिए जमीन मिल गई है। डिजाइन तैयार हो रहा है। गंगा म्यूजियम के लिए गायघाट के पास जमीन की तलाश है। दोनों प्रोजेक्ट 2016 तक पूरे होंगे। रिवर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत गंगा घाटों का विकास किया जा रहा है। केंद्र ने इसके लिए 254 करोड़ रुपए का फंड दिया है। घाटों के विकास की जिम्मेवारी बुडको को सौंपी गई है।
बच्चे जानेंगे गंगाजल की महत्ता
दोनों सेंटरों के मार्फत बच्चों को बताया जाएगा कि गंगा जल क्यों महत्वपूर्ण है। क्यों सदियों से गंगा जल को शुद्ध माना जाता रहा है। बच्चों को पौराणिक मान्यताओं से लेकर अब तक गंगा के विकास की कहानी बताई जाएगी। गंगा कहां-कहां से बहती है। कौन-कौन से महत्वपूर्ण शहर इसके तट पर बसे हैं। इसकी भी जानकारी दी जाएगी।
ऐसे समझें प्रोजेक्ट
रिवर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत दोनों प्रोजेक्ट पर होगा कामबुडको इको सेंटर व गंगा म्यूजियम बनाएगा
गंगा म्यूजियम के लिए गायघाट के पास जमीन की तलाश
इको सेंटर के लिए कलेक्ट्रेट घाट के पास मिली जमीन
गंगा म्यूजियम
गंगा म्यूजियम गायघाट के नजदीक बनाया जाएगाअभी इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही
बिहार ज्यूडिशियल एकेडमी के आसपास जमीन उपलब्ध कराने की हो रही बात
यहां 950 वर्गमीटर में बिल्डिंग बनायी जाएगी
ग्राउंड फ्लोर पर होगा रिसर्च सेंटर
डॉल्फिन व गंगा पर रिसर्च कार्य होगा
प्रथम तल पर प्रदर्शनी हॉल होगा
ऐसा होगा इको सेंटर
कलेक्ट्रेट घाट पर करीब 2100 वर्गमीटर जमीन उपलब्ध कराई गईकागजी प्रक्रिया पूरी, डिजाइन तैयार किया जा रहा
तीन मंजिला भवन बनेगा जिसके ग्राउंड फ्लोर पर रिसर्च सेंटर होगा
प्रथम तल पर मीटिंग हॉल और द्वितीय तल पर कैफे सेंटर होगा
कैफे सेंटर पर्यटकों और यहां अध्ययन करने आने वाले लोगों के लिए होगा
सेंटर पर गंगा को लेकर अब तक हुए शोध की पूरी जानकारी मिलेगी
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